“अनुशासन, फोकस और निरंतरता वो ताकत हैं, जो एक सामान्य इंसान को असाधारण बना सकती हैं।”
जीवन में अनुशासन के साथ फोकस और निरंतरता क्यों जरूरी है? भूमिका “सपने वो नहीं होते जो हम सोते हुए देखते हैं, सपने वो होते हैं जो हमें सोने नहीं देते।” — डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम हर व्यक्ति अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहता है। कोई डॉक्टर बनना चाहता है, कोई आईएएस, कोई बिज़नेस टाइकून, कोई लेखक, कोई खिलाड़ी, तो कोई कलाकार। पर अगर गौर करें, तो सफल वही होते हैं जिनके जीवन में तीन चीजें पक्की होती हैं — अनुशासन (Discipline), फोकस (Focus) और निरंतरता (Consistency)। कई लोग शुरू में तो जोश में होते हैं, पर धीरे-धीरे उनका उत्साह ठंडा पड़ जाता है। वहीं, कुछ लोग कम टैलेंटेड होते हुए भी अपनी लगन, अनुशासन और निरंतरता से कमाल कर जाते हैं। यही तीन चीजें इंसान के सपनों को हकीकत में बदलने की असली चाबी हैं। आइए समझते हैं कि ये तीनों चीजें हमारे जीवन में क्यों जरूरी हैं, और कैसे हम इन्हें अपनी जिंदगी में उतार सकते हैं। अनुशासन (Discipline): सफलता का मूल आधार अनुशासन का मतलब है खुद पर नियंत्रण रखना, सही और गलत में फर्क करना और समय पर सही फैसले लेना। यह किसी जेल का कानून नहीं, बल्कि अपनी...